Dussehra Essay In Hindi- दशहरा अथवा विजयदशमी पर हिंदी निबंध
Posted by Movies On Demand
» Sunday, August 28, 2016
ad2
ad3
Dussehra Essay In Hindi- दशहरा अथवा विजयदशमी पर हिंदी निबंध
दशहरा भारत का एक प्रमुख्य धार्मिक पर्व है! दशहरा को हम विजयदशमी के र्रूप में भी जानते है! दशहरा को हम लोग इस लिए मनाते है क्योकि इसी दिन भगवान राम ने रावण का अन्त किया था! रावण का अन्त धार्मिक इतिहास में एक बहुत बड़ा part था! रावण का अन्त होने का मतलब एक तरह से असत्य की हार होना है! जिस दिन रावण का अन्त हुआ था उस दिन रावण के राज्य लंका में बहुत ख़ुशी मनाई गयी है! चुकी रावन के अन्त का कारण असत्य था! इसलिए रावण के अन्त को लोग सत्य की असत्य पर जीत कहते है! सत्य की असत्य पर जीत के कारण ही दशहरा को लोग विजयदशमी के नाम से भी मनाते है! अगर बात की जाये दशहरा की तो हिन्दू ग्रन्थ के अनुसार दशहरा को हिन्दुयो के तीन प्रमुख्य दिनों में से एक माना जाता है! दशहरा के दिन जगह जगह रामलीला का आयोजन किया जाता है! और उन सभी रामलीला में रावण का अन्त दिखाया जाता है! रामलीला में रामायण के सभी लोगो को नाटकीय रूप से दिखाया जाता है! और इसमें ये भी दिखाया जाता है की कैसे भगवान् राम ने रावण का अन्त करते है!
दशहरा के दिन जगह जगह रावण का बड़ा बड़ा पुतला जलाया जाता है! विजयदशमी को भगवान् राम की लंका पर जीत के कारण मनाया जाता है! दशहरा को हम एक तरह से शक्ति-पूजा का भी पर्व कह सकते है! विजयदशमी के दिन लोग अपने घर में पूजा करते है! और अपने हर एक काम में विजय होने के लिए भगवान से प्राथना करते है! दशहरा अथवा विजयदशमी को हम दो रूपों में मनाते है! पहला रूप हम इसको भगवान् राम की रावण पर जीत के रूप में मनाते है! और दूसरा हम इस दिन दुर्गा की पूजा करते है! मतलब की हम इसको दुर्गा पूजा के रूप में भी मनाते है! भारत में दशहरा अथवा विजयदशमी इसीलिए भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है क्योकि भारत एक ऐसा देश है जंहा की ज्यदातर आबादी गाव में रहती है! जिसके कारण उनके रोजगार के एक ही सहारा होता है और वह है खेती बरी! इसलिए भारत के लोग ये मानते है की अगर वह विजयदशमी के दिन अपने घर पर पूजा करेगे तो देवी उनसे खुश होकर उनके हर एक काम में सफलता दिलाएगी! इसलिए वह दशहरा और विजयदशमी के पर्व को धूमधाम से इसलिए मनाते है! ताकि भगवान् उनपर अपनी कृपा बनाये रखे-
दशहरा अथवा विजयदशमी को भारत के हर एक राज्य में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है! भारत के साथ साथ दुसरे देशो जंहा भारत के लोग रहते है! वह पर भी इसको मनाया जाता है! हिमाचल प्रदेश में इसको कुल्लू का दशहरा के नाम से मनाया जाता है! वह ये पर्व बहुत पापुलर पर्व है! हिमाचल प्रदेश में इस पर्व की तैयारी कई दिन पहले से ही करते है! असम में इसको दुर्जा पूजा के रूप में मनाते है! वह के लोगो के लिए ये एक बहुत ही इम्पोर्टेंट पर्व है! असम में बहुत ही बढ़िया तरीके से दुर्जा पूजा का कार्य होता है! दशहरा अथवा विजयदशमी के कुछ दिन पहले से ही यहाँ पर तरह तरह की दुर्गा की मूर्ति बनायीं जाती है! यहाँ के कारीगर दुर्गा की मूर्ति बनाने के लिए अच्छा खासा पैसे लेते है! इसी प्रकार कर्नाटक में इस पर्व को 9 दिन तक मनाया जाता है! इन 9 दिन में पहले तीन दिन लक्ष्मी देवी की पूजा की जाती है ताकि वह धन और समृद्धि को बढ़ाये! और अगले तीन दिन तक सरस्वती देवी की पूजा की जाती है सरस्वती देवी की पूजा इसलिए की जाती है ताकि वह लोगो के अंदर कला और विद्या का गुण भर दे! और अंतिम के तीन दिन तक दुर्गा देवी की पूजा की जाती है! दुर्गा देवी की पूजा लोग सक्ति के लिए करते है! इस प्रकार से हम कह सकते है की दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व हर एक राज्य में अलग अलग तरह से मनाया जाता है! कश्मीर रहने वाले हिन्दू लोग भी वहा पर भी इस पर्व को मनाते है! वह दशहरा अथवा विजयदशमी के लिए 9 दिन तक ब्रत रखते है! वह ये ब्रत दुर्गा माता के लिए रखते है! उनका मनाना है की 9 दिन ब्रत रखने से दुर्जा माता उनेक सारे समस्याओ को दूर कर देंगी! और उनके जीवन में खुशियों की बारिश भर देंगी!
दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व एक ऐसा भारतीय पर्व है जो शक्ति और समन्वय बताने वाला पर्व है! इस पर्व पर जो आदमी या फिर महिला 9 दिन तक ब्रत रखती है उसका हर एक चीज़ में विजय मिलती है!
Dussehra Essay In Hindi - Part 2
भारत की संस्कृत हमेसा से दुनिया में लिए एक अलग संस्कृत रही है! लोगो का मनाना है की दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व में पूजा करने से आपको दस प्रकार के पापो से मुक्ति मिलेगी! दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व कोई नया पर्व नहीं है बल्कि ये एक बहुत पुराना पर्व है और इसको बहुत जबाने से लोग मनाते आ रहे है! बहुत से पुराने किताबो में दशहरा अथवा विजयदशमी के बारे में बहुत से सबूत मिलते है! दशहरा अथवा विजयदशमी के दिन सभी लोग नये नये कपड़े पहनकर अपने परिवार को लेकर मेला देखने के लिए जाता है! दशहरा अथवा विजयदशमी के दिन बहुत से जगह पर तरह तरह के मेले का आयोजन किया जाता है! उन मेलो में बहुत ही भरी मात्रा में लोग आते है! जिन जिन जगह पर मेला लगता है उन जगह पर रात को रावण का पुतला भी जलाया जाता है! दशहरा अथवा विजयदशमी के मेले में तरह तरह के चीज़ मिलते है! इसके साथ साथ मेले में बहुत ही तरह तरह की मिठाईय भी मिलती है! दशहरा के मेले का मजा सबसे ज्यादा बच्चे लोग लेते है! और सभी बच्चे लोग मेले में जाकर बहुत सारा मिठाईय खाते है और घर के लिए भी लाते है! मिठाइयो के साथ साथ मेले में तरह तरह के खेलने वाले चीज़ भी मिलते है! दशहरा अथवा विजयदशमी के दिन लगने वाला मेला एक बहुत ही धूम धाम वाला मेला होता है!
उस मेले में बहुत सारे पुलिस के लोग भी रहते है! पुलिस के लोग मेले में इसलिए रहते है ताकि किसी भी प्रकार की कोई समस्या लोगो को ना हो सके! इस तरह से कह सकते है की मेले में पुलिस जनता की सुरछा के लिए रहती है! जब सभी लोग मेला देख कर घर के लिए जाते है तब वह तरह तरह की मिठाईय घर के लिए लेकर जाते है! और घर पर जाकर उन मिठाईयो को लोगो में बाटते है! मेला देखने के बाद लोग अपने घरो में पूजा का आयोजन करते है! और रात को बैठ कर पूजा करते है! इस दिन रात को घर का हर एक सदस्य पूजा में शामिल होता है! सभी लोग भगवान से अपने और अपने परिवार के शांति के लिए प्राथना करते है! ये परम्परा हर साल इसी तरह से चलती है!
Ye bhi padhe,
Teachers Day Speech in Hindi - शिक्षक दिवस स्पेशल 2016
Global Warming Essay in Hindi- ग्लोबल वार्मिंग पर हिंदी निबंध
Pollution Essay in Hindi - पर्यावरण प्रदूषण पर हिंदी निबंध
मै उम्मीद करता हु की आप भी दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व बहुत ही धूम धाम से मनाते होंगे! और इस दिन अपने परिवार की अधिकआयु के लिए पूजा भी करते होंगे! हम सब को इस दिन सच्चे मन से भगवान की पूजा करनी चाहिये! और भगवान से अपने किये गए गलतियों की माफ़ी मंगनी चाहिये! और सब को ये कोशिश करना चाहिये की हम कभी भी किसी के बारे में कोई बुरा काम ना करे-
मई उमीद करता हू कि आपको Dussehra Essay In Hindi पसंद आया होगा!
ad4
Share this Post on:
TIPS2SECURE