Hindi Writing

  • Home
  • About Us
  • Hindi Poems
  • Hindi quotes
  • Hindi Speech
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact
ad1

Desh Bhakti Poems in Hindi - 8 देश प्रेम कविताएँ [Patriotic Poems]

Posted by Suresh Kumar
» hindi poems, » hindi quotes
» Monday, January 15, 2018
ad2
ad3
Desh Bhakti Poems in Hindi

इस आर्टिकल मे आज हम desh bhakti poems in hindi मे लिख रहे है जो आपको अपने देश के प्रति देश भक्ति के भाव पैदा करेगा. ये जो Patriotic poems in hindi मे हम लिख रहे है वो अलग अलग कवियों के द्वारा लिखी गयी है जैसे rabindranath tagore ji और ऐसे ही काई और भी महान कवि. तो चलिए शुरू करते है और देश प्रेम की भक्ति भाव मे खो जाते है!

Patriotic Poems in Hindi 2018 - 5 देश भक्ति की कविताएँ

जब भी देश प्रेम की बात आती है, हम सभी भारतीयों मे एक अलग ही जोश उत्पन्न हो जाता है और हम अपने देश के लिए मार मिटने को तैयार हो जाते हैं! अगर हम भारतीय सेना को देखें को हमेशा बॉर्डर पे पहरा देकर हमारी हिफ़ाज़त करते हैं! हर साल ना जाने कितने ही सेना के नौजवान हमारी सुरक्षा के लिए शाहिद हो जाते हैं! तो चलिए आज उन्ही देश भक्तों और शहीदों की याद मे ये कुच्छ Patriotic Poems in Hindi को गुनगुना लेते हैं!

1. Desh Bhakti Poems in Hindi - तब विद्रोह जरुरी है (अभिषेक मिश्र)

Desh bhakti (Patriotic) poems in hindi


जब सूरज संग हो जाए अंधियार के, तब दीये का टिमटिमाना जरूरी है
जब प्यार की बोली लगने लगे बाजार में, तब प्रेमी का प्रेम को बचाना जरूरी है
जब देश को खतरा हो गद्दारों से, तो गद्दारों को धरती से मिटाना जरूरी है
जब गुमराह हो रहा हो युवा देश का, तो उसे सही राह दिखाना जरूरी है
जब हर ओर फैल गई हो निराशा देश में, तो क्रांति का बिगुल बजाना जरूरी है
जब नारी खुद को असहाय पाए, तो उसे लक्ष्मीबाई बनाना जरूरी है
जब नेताओं के हाथ में सुरक्षित न रहे देश, तो फिर सुभाष का आना जरूरी है
जब सीधे तरीकों से देश न बदले, तब विद्रोह जरूरी है
– अभिषेक मिश्र

2. Desh Bhakti Poems in Hindi- हिंदू, हिंदी, हिंदोस्तान (अशोक कुमार वशिष्ठ)


Patriotic poems in hindi

अपने धर्म, देश, भाषा की, जो इज़्ज़त करते हैं,
धर्म, देश और भाषा प्रेमी, सब उनको कहते हैं।

हिंदू, हिंदी, हिंदोस्तान, ये पहचान हैं मेरी,
तीनों ही मुझमें रहते हैं, तीनों जान हैं मेरी,
जहाँ भी रहता हूँ ये मेरे, साथ-साथ रहते हैं।

अपनी सभ्यता, संस्कृति से, मैंने वो पाया है,
इस धरती से, उस अंबर तक, जो सबसे प्यारा है,
जिसको पाने की कोशिश में, सारे ही मरते हैं।

भारत कह लो, इंडिया कह लो, या फिर हिंदोस्तान,
मेरी आँखें उसी तरफ़ हैं, उसी तरफ़ है ध्यान,
तन से रूह, उसके गुण गाते, उसमें ही बसते हैं।

– अशोक कुमार वशिष्ठ

3. Patriotic Poems in Hindi - विजय मिली विश्राम न समझो (बलवीर सिंह रंग)


ओ विप्लव के थके साथियों
विजय मिली विश्राम न समझो
उदित प्रभात हुआ फिर भी छाई चारों ओर उदासी
ऊपर मेघ भरे बैठे हैं किंतु धरा प्यासी की प्यासी
जब तक सुख के स्वप्न अधूरे
पूरा अपना काम न समझो
विजय मिली विश्राम न समझो

पद-लोलुपता और त्याग का एकाकार नहीं होने का
दो नावों पर पग धरने से सागर पार नहीं होने का
युगारंभ के प्रथम चरण की
गतिविधि को परिणाम न समझो
विजय मिली विश्राम न समझो

तुमने वज्र प्रहार किया था पराधीनता की छाती पर
देखो आँच न आने पाए जन जन की सौंपी थाती पर
समर शेष है सजग देश है
सचमुच युद्ध विराम न समझो
विजय मिली विश्राम न समझो

– बलवीर सिंह रंग

4. Patriotic Poems in Hindi - घाटी मेरे देश की (नीरज पांडेय)


नदी, झील, झरनों की झाँकी मनमोहक है,
सुमनों से सजी घाटी-घाटी मेरे देश की।
सुरसरिता-सी सौम्य संस्कृति की सुवास,
विश्व भर में गई है बाँटी मेरे देश की।
पूरी धऱती को एक परिवार मानने की,
पावन प्रणम्य परिपाटी मेरे देश की।
शत-शत बार बंदनीय अभिनंदनीय,
चंदन से कम नहीं माटी मेरे देश की।।

कान्हा की कला पे रीझकर भक्ति भावना
के, छंद रचते हैं रसखान मेरे देश में।
तुलसी के साथ में रहीम से मुसलमान,
है निभाते कविता की आन मेरे देश में।

बिसमिल और अशफाक से उदाहरण,
साथ-साथ होते कुरबान मेरे देश में।
जब भी ज़रूरत पड़ी है तब-तब हुए,
एक हिंदू व मुसलमान मेरे देश में।

-नीरज पांडेय

ये भी ज़रूर पढ़ें

महत्मा गाँधी पर निबंध - Essay on Mahatma Gandhi in Hindi
Essay on Bhagat Singh in hindi- भगत सिंह पर निबन्ध
Mera Bharat Mahan Essay in Hindi- मेरा भारत महान पर निबन्ध

5. Desh Bhakti Poems in Hindi- तिरंगा (राजेश चेतन)


Desh Bhakti Poems in Hindi - Tiranga

ये तिरंगा ये तिरंगा ये हमारी शान है
विश्व भर में भारती की ये अमिट पहचान है।
ये तिरंगा हाथ में ले पग निरंतर ही बढ़े
ये तिरंगा हाथ में ले दुश्मनों से हम लड़े
ये तिरंगा दिल की धड़कन ये हमारी जान है

ये तिरंगा विश्व का सबसे बड़ा जनतंत्र है
ये तिरंगा वीरता का गूँजता इक मंत्र है
ये तिरंगा वंदना है भारती का मान है

ये तिरंगा विश्व जन को सत्य का संदेश है
ये तिरंगा कह रहा है अमर भारत देश है
ये तिरंगा इस धरा पर शांति का संधान है

इसके रेषों में बुना बलिदानियों का नाम है
ये बनारस की सुबह है, ये अवध की शाम है
ये तिरंगा ही हमारे भाग्य का भगवान है

ये कभी मंदिर कभी ये गुरुओं का द्वारा लगे
चर्च का गुंबद कभी मस्जिद का मिनारा लगे
ये तिरंगा धर्म की हर राह का सम्मान है

ये तिरंगा बाईबल है भागवत का श्लोक है
ये तिरंगा आयत-ए-कुरआन का आलोक है
ये तिरंगा वेद की पावन ऋचा का ज्ञान है

ये तिरंगा स्वर्ग से सुंदर धरा कश्मीर है
ये तिरंगा झूमता कन्याकुमारी नीर है
ये तिरंगा माँ के होठों की मधुर मुस्कान है

ये तिरंगा देव नदियों का त्रिवेणी रूप है
ये तिरंगा सूर्य की पहली किरण की धूप है
ये तिरंगा भव्य हिमगिरि का अमर वरदान है

शीत की ठंडी हवा, ये ग्रीष्म का अंगार है
सावनी मौसम में मेघों का छलकता प्यार है
झंझावातों में लहरता ये गुणों की खान है

ये तिरंगा लता की इक कुहुकती आवाज़ है
ये रवि शंकर के हाथों में थिरकता साज़ है
टैगोर के जनगीत जन गण मन का ये गुणगान है

ये तिंरगा गांधी जी की शांति वाली खोज है
ये तिरंगा नेता जी के दिल से निकला ओज है
ये विवेकानंद जी का जगजयी अभियान है

रंग होली के हैं इसमें ईद जैसा प्यार है
चमक क्रिसमस की लिए यह दीप-सा त्यौहार है
ये तिरंगा कह रहा- ये संस्कृति महान है

ये तिरंगा अंदमानी काला पानी जेल है
ये तिरंगा शांति औ' क्रांति का अनुपम मेल है
वीर सावरकर का ये इक साधना संगान है

ये तिरंगा शहीदों का जलियाँवाला बाग़ है
ये तिरंगा क्रांति वाली पुण्य पावन आग है
क्रांतिकारी चंद्रशेखर का ये स्वाभिमान है

कृष्ण की ये नीति जैसा राम का वनवास है
आद्य शंकर के जतन-सा बुद्ध का सन्यास है
महावीर स्वरूप ध्वज ये अहिंसा का गान है

रंग केसरिया बताता वीरता ही कर्म है
श्वेत रंग यह कह रहा है, शांति ही धर्म है
हरे रंग के स्नेह से ये मिट्टी ही धनवान है

ऋषि दयानंद के ये सत्य का प्रकाश है
महाकवि तुलसी के पूज्य राम का विश्वास है
ये तिरंगा वीर अर्जुन और ये हनुमान है

- राजेश चेतन

6. Desh Bhakti Poems in Hindi -मैं भारत माता हूँ (अभिषेक मिश्र)


इतने व्यस्त हो गए तुम, कि तुम्हारा देशप्रेम साल में 2 बार जगता है
उन सैनिकों के बारे में सोचो, जिनके जीवन का पल-पल देश के लिए लगता है
कोई देश के लिए शान से मरता है
और एक तुम हो, जिसे देश के लिए जीना भी मुश्किल लगता है ?
On field Players और On Screen Heroes आदर्श बन गए हैं तुम्हारे
उन लोगों को तुम याद तक नहीं करते, जो Real Life में Heroes हैं
जरा सोचो इन खोखले Role Models ने तुम्हें क्या दिया है अबतक ?
तुम अपने आदर्श बदल लो, इससे पहले कि औंधे मुँह गिरो तुमपार्टी विरोधियों के विरुद्ध डटकर खड़े हो जाते हो तुम
राष्ट्र विरोधियों के विरुद्ध क्यों नहीं आवाज उठाते हो तुम ?
राजनीति, सत्ता सुख पाने का जरिया है जिनके लिए उन्हें क्यों पूजते हो तुम ?
इससे पहले कि देर हो जाए, राष्ट्रनीति को राजनीति का विकल्प बना लो तुम
न एक शिक्षा नीति, न समान नागरिकता नीति
ये तो है अंग्रेजों की बांटों और राज करो नीति
क्यों किसी और से बदलाव किसी उम्मीद करते हो तुम……
जब खुद देश के लिए……. कुछ नहीं करते हो तुम ? ? ?
मैं भारत माता हूँ तुम्हारी…. मैं आज भी रो रही हूँ
क्योंकि तुम आज भी मोह की नींद में सो रहे हो
हो सके तो, अब भी जाग जाओ तुम……..
इससे पहले कि सब कुछ खत्म हो जाए, खुद को पहचान जाओ तुम.
– अभिषेक मिश्र

7. Desh Bhakti Poems in Hindi - आज़ादी अभी अधूरी है (अटल बिहारी वाजपेयी)


पन्द्रह अगस्त का दिन कहता – आज़ादी अभी अधूरी है।
सपने सच होने बाक़ी हैं, राखी की शपथ न पूरी है॥

जिनकी लाशों पर पग धर कर आजादी भारत में आई।
वे अब तक हैं खानाबदोश ग़म की काली बदली छाई॥

कलकत्ते के फुटपाथों पर जो आंधी-पानी सहते हैं।
उनसे पूछो, पन्द्रह अगस्त के बारे में क्या कहते हैं॥

हिन्दू के नाते उनका दुख सुनते यदि तुम्हें लाज आती।
तो सीमा के उस पार चलो सभ्यता जहाँ कुचली जाती॥

इंसान जहाँ बेचा जाता, ईमान ख़रीदा जाता है।
इस्लाम सिसकियाँ भरता है,डालर मन में मुस्काता है॥

भूखों को गोली नंगों को हथियार पिन्हाए जाते हैं।
सूखे कण्ठों से जेहादी नारे लगवाए जाते हैं॥

लाहौर, कराची, ढाका पर मातम की है काली छाया।
पख़्तूनों पर, गिलगित पर है ग़मगीन ग़ुलामी का साया॥

बस इसीलिए तो कहता हूँ आज़ादी अभी अधूरी है।
कैसे उल्लास मनाऊँ मैं? थोड़े दिन की मजबूरी है॥

दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएँगे।
गिलगित से गारो पर्वत तक आजादी पर्व मनाएँगे॥

उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से कमर कसें बलिदान करें।
जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें॥
– अटल बिहारी वाजपेयी

8. Patriotic Poems in hindi - सारे जहाँ से अच्छा (इक़बाल)


Patriotic Poems in hindi - India

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।
हम बुलबुलें हैं इसकी वह गुलिस्तां हमारा ॥

ग़ुर्बत में हों अगर हम रहता है दिल वतन में।
समझो वहीं हमें भी दिल हो जहाँ हमारा ॥

परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमां का।
वो संतरी हमारा वो पासवां हमारा ॥

गोदी में खेलती हैं, जिसकी हज़ारों नदियां।
गुलशन है जिसके दम से रश्के जिनां हमारा॥

ऐ आबे रोदे गंगा वह दिन है याद तुझको।
उतरा तेरे किनारे जब कारवां हमारा ॥

मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना।
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा ॥

यूनान, मिस्र, रोमा सब मिट गए जहां से।
अब तक मगर है बाकी नामों निशां हमारा ॥

कुछ बात है कि हस्ती मिटती मिटाये।
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जमां हमारा ॥

‘इक़बाल’ कोई महरम अपना नहीं जहां में।
मालूम क्या किसी को दर्दे निहां हमारा ॥

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।
हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलिसतां हमारा॥
– इक़बाल

तो ये थी हमारी आज की Patriotic Poems in hindi की लिस्ट, तो हम उमीद करते है की आप ये देश भक्ति की Poems hindi मे लिखी गयी है पसंद आई होगी! इन desh bhakti poems in hindi के बारे मे अपने विचार ज़रूर शेर करे!
ad4

Share this Post on:

TIPS2SECURE

4 comments

avatar
Reply
Unknown delete July 17, 2017 at 8:56 AM

Nice Lines and awesome bro keep it up!

avatar
Reply
Unknown delete July 17, 2017 at 8:56 AM

follow me on twitter as twitter.com/Saffron_Jai Only Saffron People Can Follow Me.!

avatar
Reply
Admin delete August 4, 2018 at 5:28 AM

www.hindidetail.com
isme bahot hi achha artical hai 15 August 2018 ke bare mai.

avatar
Reply
Unknown delete January 18, 2019 at 8:37 AM

Jai hind jai bharat

Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to: Post Comments (Atom)
ad5
Powered by Blogger.

Popular Posts

  • 100+ Debate Topics in Hindi for School Debate Competition 2017
    आज इस आर्टिकल मे  Debate Topics in Hindi के बारे मे पढ़ेंगे। "वाद - विवाद" या "बहस" एक बहुत ही बढ़िया टॉपिक है और सा...
  • Mera Parivar Essay in Hindi- मेरे परिवार पर निबंध
    हेलो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में mera parivar essay in hindi मतलब की मेरे परिवार के ऊपर एक बहुत ही बढ़िया निबंध को पढ़ेगें! हम सभी लोगो म...
  • Hindi Poems on Nature - प्रकृति पर 21 हिन्दी कवितायेँ
    21+ Best Hindi Poems on Nature - प्रकृति पर हिन्दी कवितायेँ आप आज के हमारे इस article मे Hindi Poems on Nature पर आधारित कुच्छ कविताएँ प...
  • 50 Hindi Essay Topics - हिन्दी निबंध विषयों की लिस्ट
    आज भी हम आपके लिए एक मजेदार ओर उपयोगी टॉपिक " Hindi Essay Topics " पर पोस्ट लेकर आये है! निबंध भारतीय संस्कृति में बहुत ही पचल...
  • 50+ Diwali Wishes in Hindi: दीवाली की शुभकामनाएँ 2017
    सबसे पहले हमारी ओर से आप सभी को दीवाली की ढेरों शुभकामनाएँ! आज हम इस पोस्ट मे Diwali Wishes in Hindi लिख रहे हैं! आप इन Happy Diwali W...
  • Importance of English Essay in Hindi- अंग्रेजी के महत्व पर निबंध
    हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम Importance of English Essay in Hindi मतलब की इंग्लिश भाषा के महत्व के बारे में एक निबंध को पढ़ेगें...
Copyrighted © Hindi Writing 2016

Copyright © Hindi Writing. All rights reserved. Published By Kaizen Template - Support KaizenThemes.
New Thesis SEO V3. Designed by CB Blogger. Original Theme: Thesis SEO. Powered by Blogger